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केंद्र सरकार ने देशवासियों को दिवाली 2025 से पहले शानदार तोहफा दिया है. वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण की अध्यक्षता में हुई 56वीं जीएसटी काउंसिल बैठक में Tax Structure को सरल करते हुए केवल दो स्लैब 5% और 18% रखे गये हैं. इस फैसले का असर आम आदमी से लेकर इंडस्ट्री तक पर पड़ेगा. सबसे ज्यादा राहत ऑटोमोबाइल सेक्टर को दी गई है. छोटी कारें, मोटरसाइकिलें, तिपहिया वाहन और बस-ट्रक तक अब पहले से सस्ते हो जाएंगे.
ऑटो सेक्टर में बड़ी संख्या में लोग 1200 सीसी से 1500 सीसी इंजन वाली और 4 मीटर से छोटी कारें खरीदते हैं. इस श्रेणी में मारुति सुजुकी ऑल्टो, टाटा नेक्सन, किआ सॉनेट, हुंडई आई10, आई20, वेन्यू और ऑरा जैसी कारें शामिल हैं. अब इन गाड़ियों की कीमत करीब 7% से 8% तक कम हो सकती है.
छोटी और मिड-साइज कारों की कीमत गिरी
- दरअसल, अब छोटी और मिड-साइज कारों की कीमत कम हो गई है. पेट्रोल और डीजल हाइब्रिड कारों पर अब सिर्फ 18% जीएसटी लगेगा, जबकि पहले 28% देना पड़ता था. यह छूट 1200 सीसी तक की पेट्रोल कारों और 1500 सीसी तक की डीजल कारों पर लागू होगी, बशर्ते इनकी लंबाई 4 मीटर से कम हो. इस फैसले का सीधा फायदा मारुति सुजुकी ऑल्टो, टाटा नेक्सन, किआ सॉनेट, हुंडई आई10, आई20, वेन्यू और ऑरा जैसी कारों के खरीदारों को मिलेगा. विशेषज्ञों के अनुसार इन कारों की कीमतें करीब 7% से 8% तक घट सकती हैं.
बाइक और स्कूटर खरीदने वालों को राहत
- बाइक और स्कूटर खरीदने वालों के लिए भी राहत मिली है. अब 350 सीसी तक की मोटरसाइकिलों पर जीएसटी 28% से घटाकर 18% कर दिया गया है. इस श्रेणी में देश की सबसे ज्यादा बिकने वाली 100 सीसी, 125 सीसी और 150 सीसी वाली कम्यूटर बाइक आती हैं. हीरो स्प्लेंडर, होंडा शाइन, बजाज पल्सर, टीवीएस अपाचे और केटीएम ड्यूक जैसे मॉडल अब सस्ते हो जाएंगे. हालांकि 350 सीसी से ज्यादा इंजन वाली प्रीमियम बाइकों पर अब 40% जीएसटी देना होगा, जिससे वे महंगी हो जाएंगी.
कितनी सस्ती होंगी Thar जैसी कारें
गाड़ियों पर जीएसटी उनकी लंबाई, इंजन क्षमता और ग्राउंड क्लीयरेंस को देखकर तय किया जाता है. महिंद्रा थार का थ्री-डोर मॉडल 3,985 मिमी लंबा है, जबकि थार रॉक्स यानी फाइव-डोर मॉडल की लंबाई 4,428 मिमी है. इसलिए 18% जीएसटी सिर्फ उसी मॉडल पर लगेगा जिसकी लंबाई 4 मीटर से कम हो और इंजन 1,500 सीसी से छोटा हो. थार थ्री-डोर में 1.5 लीटर और 2.0 लीटर इंजन का विकल्प है, इसलिए इसका 1.5 लीटर वाला वेरिएंट सस्ता होगा. लेकिन थार रॉक्स सिर्फ 2.0 लीटर इंजन के साथ आती है, जिस पर 40% जीएसटी लगेगा और ये महंगी होगी.
टाटा नेक्सन की लंबाई 3,995 मिमी है और इसमें 1.2 लीटर पेट्रोल इंजन (1199 सीसी) और 1.5 लीटर डीजल इंजन (1497 सीसी) का विकल्प मिलता है. इसकी लंबाई 4 मीटर से कम है और इंजन भी 1,500 सीसी से नीचे है, इसलिए अब इस पर 18% जीएसटी लगेगा. पहले इस पर 28% जीएसटी था, जिससे अब इसकी कीमत काफी कम हो जाएगी.
ऑटो पार्ट्स इंडस्ट्री को भी फायदा
- केवल गाड़ियों पर ही नहीं, बल्कि ऑटो कंपोनेंट्स पर भी टैक्स घटाया गया है. अब सभी ऑटो पार्ट्स पर, उनके HS कोड की परवाह किए बिना, एक समान 18% जीएसटी लगेगा. इससे कंपोनेंट्स मैन्युफैक्चरर्स को बड़ा लाभ होगा और गाड़ियों के रख-रखाव की लागत भी कम हो सकती है.
सरकार का मकसद
- वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा कि जीएसटी स्लैब में यह बदलाव आम आदमी को राहत देने और टैक्स प्रणाली में लंबे समय से चली आ रही विसंगतियों को खत्म करने के लिए किया गया है. उनका कहना था कि यह फैसला ऑटोमोबाइल, लेबर-इंटेंसिव और एग्रीकल्चर सेक्टर को मजबूती देगा.
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